Measles (खसरा) बीमारी के फैलने का मुख्य कारण वायु प्रदूषण (Air Pollution ) हैं , खसरा फैलने का मुख्य कारण डरमोट्रापिक वायरस हैं , यह रोग बच्चों में अधिकांश होता हैं , परन्तु आजकल बड़े लोग भी इस रोग का शिकार हो रहे हैं , इस रोग की cycle 10 -14 दिनों की होती हैं |
कारण :- रोगी की खांसी , छींक एवं नाक से निकलते हुये पानी में खसरा रोग के वायरस मौजूद रहते है , यह वायरस स्वस्थ बच्चों के नाक व गले में में पहुंच कर इस रोग का कारण बनते हैं |
खसरा रोग के लक्षण :-
- सबसे पहले रोगी को जुकाम होता है |
- नाक व कान से पानी बहने लगता है |
- खांसी व छींक आती है |
- 2 -3 दिन बाद तेज बुखार आ जाता है |
- शरीर पर घमोरी की तरह लाल दाने निकल आते है , यह दाने सबसे पहले चेहरे पर दिखाई देते हैं , इस के बाद सारे शरीर पर फैलता हैं |
- 3 -4 दिनों के बाद यह दाने सुखने लगते है और बुखार कम होता है |
खसरा से बचाव के उपाये :-
- रोगी को साफ सुथरे एवं एकांत कमरे में रखना चाहिये |
- रोगी द्वारा उपयोग में आने वाली सभी वस्तुओ एवं कमरे की साफ सफाई करते रहना चाहिये |
- रोगी की देखभाल साबधानी से करनी चाहिये , रोगी को पुरी तरह आराम एवं हल्का भोजन देना चाहिये |
- खसरे का प्रभाव आँखो पर भी पड़ सकता है |
खसरे का उपचार :-
- इस रोग में सांस लेने में तकलीफ होती हैं , अतः रोगी ठंड से बचाना चाहिये ताकि उसे निमोनिया न हो।
- रोगी को गर्म पदार्थ जैसे चाय ,कॉफी एवं गर्म दूध देना चाहिये |
- डॉक्टर की सलाह जरूर लेना चाहिये |
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