पाचन क्रिया (Digestion process) क्या हैं ? इसमें उपयोग आने वाले अंग

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यहां हम सर्वप्रथम पाचन संस्थान के बारे में जानेगे | पाचन संस्थान (Digestive tract ) एक लम्बी नली की तरह होती है , जिसकी गोलाई हर स्थान पर बराबर नहीं होती | कुछ ग्रंथिया भी इसमें सम्मलित होती हैं , जो रस उत्पन्न करके पाचन क्रिया में डालती हैं , इस नली को पाचन तंत्र (Digestive tract) कहते है , इस का प्रारंभ मुख से शुरू होकर मल द्वारा (Anus) तक जाता है | यह नली को पाचन नाल (Elementary Canal)भी कहते हैं |

पाचन नाल के अंगो में मुख , ग्रासनली।,आमाशय , पकवासय , छोटी आंत एवं बड़ी आंत भोजन के लिए रास्ता बनती हैं , इन अंगो का मुख्य कार्य भोजन को पचाना तथा धीरे – धीरे नीचे सरकाना हैं , इसके अलावा अन्य अंग लिवर, पित्ताशय ,पक्वाशय , प्लीहा ग्रंथिया पाचन के अंग हैं |

पाचन क्रिया के अंग :-

1. मुख (Mouth or Epiglottis )
2. ग्रासनली (Oesophagus or Gullet )
3. आमाशय (Stomach)
4. पक्वाशय (Duodenum)
5. यकृत (Liver)
6. क्लोम (Pancreas)
7. पित्ताशय (Gall bladder)
8. छोटी आंत (Small intestine )
9. बड़ी आंत (Large intestine )
10. मल द्वार (Anus )