हिस्टीरिया (Hysteria) क्या है ? इसके लक्षण एवं उपचार

661

Hysteria (हिस्टीरिया) एक दिमाक से जुडी हुई बीमारी है यह बीमारी अधिकतर युवावस्था में होती है, कहा जाय तो 20 से 30 साल के लोगो में अधिक होती है ,यह रोग अत्यधिक खुशी हो जाने से या अपने दुख पर नियत्रंण न रख पाने से वयक्ति बेहोश हो जाता है , एक सर्वे से पता चला है की यह रोग पुरुषों के मुकाबले महिलाओ में ज्यादा होता है , इस रोग में रोगी चिल्लाने लगता है , बड़बड़ाने लगता है , इस रोग का इलाज सही समय पर सही तरीके से ना किया जाए तो रोगी पागल भी हो सकता है |

हिस्टीरिया के लक्षण :-

1. रोगी को सबसे पहले घबराहट होती है |
2. हृदय की धड़कन बढ़ जाती है
3. रोगी की सांस जल्दी -जल्दी चलने लगती है |
4. मांसपेसियों में ऐंठन होने लगती है |
5. रोगी कभी – कभी जोर – जोर से हसने लगता है या रोने लगता है |

हिस्टीरिया के उपचार :-

1. सबसे पहले रोगी को सुरक्षित व हवादार जगह पर लेटाया जाय |
2. रोगी को होश में लाया जाय ,अगर रोगी होश में नहीं आता है ,तो उस पर पानी डाला जाये |
3. होश में आने के बाद रोगी को कुछ समय के लिये अकेला छोड़ दिया जाये |
4. रोगी से ज्यादा बात नहीं करे |
5. होश में आने के बाद रोगी को गर्म चाय या दूध दे |
6. केले के तने से निकलने वाला रस रोगी को पिलाये |
7. चुकंदर का रस में आंवले का रस मिलाकर रोगी को पिलाये |
8. भोजन में रोगी को दूध और चाबल अधिक दे |