दांतो में होने वाले रोग | दांतो के कितने भाग होते हैं

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दांत हमारे मुंह का प्रमुख भाग हैं , दांतो का उपयोग हम भोजन चबाने में करते हैं | दांतो के मुख्य तीन भाग होते है , अग्रभाग (Crown), गर्दन (Neck) एवं जड़ (Root) , दांतो का निर्माण एक अत्यन्त कठोर पदार्थ से होता हैं , जिसे Dentin कहते हैं , दांतो के चारो और Enamel की पतली पर्त चढ़ी रहती , जो हमारे दांतो की रक्षा करती हैं , दांतो के अंदर एक खोखला स्थान (Cavity ) होता हैं , जिसे Pulp Cavity कहते हैं , दांतो में रक्त वाहिनियां व नाड़ियाँ (Nerves) होती हैं , जो दांतो की जड़ से अंदर प्रवेश करती हैं |

दांतो से हम भोजन चबाते हैं , भोजन चबाते समय कुछ भाग हमारे दांतो में लगा रह जाता हैं , भोजन का वह भाग ज्यादा समय के लिये अगर दांतो में लगा रह जाता हैं , तो दांतो का सड़ना शुरू हो जाता हैं , दांतो में भोजन का लगा रह जाता हैं , उस में जीवाणु (Bacteria) उत्पन्न हो जाते हैं , जो दांतो में दुर्गन्ध (Putrefying) उत्पन्न कर देते हैं

दांतो के रोग :- दांतो में मुख्य तह दो रोग होते हैं ,

1. केरीज रोग (Caries Disease):- Caries Disease बच्चपन में अधिक होता हैं , यह रोग बच्चों में अधिक होता हैं , जिसका मेन कारण यह हैं , की बच्चे जब छोटे होते हैं , तव वह मीठा अधिक खाते हैं , कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) युक्त भोजन करने से भी यह रोग होता हैं , इस रोग में दांतो का Ensmel का झड़ने लगता हैं , इस रोग को रोकने के लिये खाना खाने के बाद कम से कम 2 – 3 वार कुल्ला करना चाहिये |

पायरिया (Pyorrhoea) :- दांतो में होने वाली बीमारी में पायरिया बहुत खतरनाक बीमारी हैं , यह रोग मसूड़ों को नुकसान पहुचाते हैं , इस रोग के प्राथमिक स्तर पर उपचार करने से निजात पाई जा सकती हैं , यह रोग विटामिन -C की कमी से भी होता हैं या दांतो की सही समय पर सही तरीके से साफ – सफाई न की जाय ,

पायरिया के लक्षण :- इस रोग में मसूड़ों में सूजन आजाती हैं , एवं घाव वन जाता हैं , खून व संक्रमण (Infection) के कारण पीव आने लगता हैं , मुँह व सांसो से बदबू आती हैं , मसूड़े कमजोर हो जाते हैं , दांत गिरने लगते हैं ,

पायरिया के उपचार:- इस रोग में सबसे पहले अच्छे डॉक्टर की सलह लें एवं
पायरिया का ईलाज शुरू करे , दांतो को ठीक तरीके से साफ करे , भोजन करने के बाद ब्रश जरूर करे , या 3 से 4 वार कुल्ला करे | जिस वयक्ति को पायरिया हुआ है , उस का जूठा कभी न खाये |