हर साल हमारे देश में सांप के काटने से हजारो लोगो की मोत होती हैं , जिस का मुख्य कारण यह हैं , सांप के काटे हुये व्यक्ति का समय पर उपचार नहीं हो पाता है , जिस कारण व्यक्ति की मौत हो जाती है , सांप मुख्यतः गांवों , जंगलो या बड़े बाग – बगीचों में पाय जाते है , दुनियाँ में सांपो की कई प्रजाति पाई जाती हैं , जिनमे से कुछ सांपो में जहर पाया जाता हैं , और कुछ सांपो में जहर नहीं पाया जाता हैं |
सांप के काटने पर उत्पन्न लक्षण :- अगर सांप किसी वयक्ति को काट लेता है , तो सांप के काटे स्थान की त्वचा जहर के कारण काली व नीली पड़ने लगती हैं | काटे हुऐ स्थान पर बहुत दर्द होता है व सूजन आने लगती हैं , मुँह से लार गिरने लगती हैं , घवराहट होती है , सारा शरीर सुन्न पड़ जाता हैं , हाथ -पैरो में ऐंठन होने लगती हैं |
सांप के काटने पर प्राथमिक (First) उपचार :-
1. सबसे पहले डॉक्टर को बुलाना चाहिये |
2. काटे हुये स्थान को कस कर बांध देना चाहिये ताकि जहर पुरे शरीर में न फैल सके |
3. बांधने के बाद उस स्थान को तेज चाकू से काट देना चाहिये एवं खून बहार निकाल देना चाहिये |
4. घाव पर पौटैशियम परमैंगनेट भर लेना चाहिये |
5. घायल को नींद आने पर उसे सोने नहीं देना चाहिये |
6. घायल को कोई तरल पदार्थ पीने नहीं देना चाहिये |
7. जरूरी होने पर घायल को मुँह से सांस देना चाहिये |